सिंधिया पर चारो ओर से जारी है ट्विटर वार ,अपनों के शामिल होने की आशंका
कभी गाँधी परिवार में दखल रखने वाले सिंधिया इन दिनों बीजेपी में हैं ,माधवराव सिंधिया जी के निधन के बाद ज्योतिरादित्य जी को 28 वर्ष की आयु में कांग्रेस की सदस्यता और लोकसभा का टिकट दिया गया था ,आज वो कह रहे हैं कांग्रेस देशद्रोही पार्टी है।
जब से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस की है तब से सिंधिया व जयराम रमेश के बीच वाक युद्ध जारी है जो आज भी शुरू है एक दूसरे के खिलाफ जमकर शब्द बाण छोड़े जा रहे हैं इतिहास का हवाला देकर के एक दूसरे के ऊपर जमकर हमले किए जा रहे हैं।
दोनों अपने-अपने से इतिहास व तर्कों के माध्यम से अपनी बात को सिद्ध करने में लगे हुए हैं!
सिंधिया को यह बात बखूबी मालूम है कि वह जब भी गांधी परिवार के ऊपर हमला करेंगे तो कांग्रेस व गांधी परिवार के समर्थित लोग उनके ऊपर टूट पड़ेंगे इसीलिए उन्होंने राहुल गांधी के मुद्दे पर चुप रहना ही बेहतर समझा था लेकिन पार्टी के दबाव के बाद उन्होंने राहुल के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस की,जैसे ही उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की उनके ऊपर एआईसीसी से लेकर के राज्यों की पीसीसी उन पर टूट पड़ी,पुराने चल चित्रों व वीडियो के माध्यम से उन पर अटैक किया गया।
ऐसा समझा जा रहा है कि सिंधिया की नजर मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर है और मोदी जी के सामने अपनी वफ़ादारी साबित करने के लिए उन्होंने राहुल गाँधी के खिलाफ बयान दिया है अब इस विवाद में दिग्विजय सिंह भी शामिल हो चुके हैं ,उधर दूसरी ओर शिवराज समर्थक नेताओं की ख़ुशी छुपाये नहीं छुप रही है
सिंधिया का यह दावं उल्टा पड़ गया है और सोशल मिडिया में वो चारो ओर से घिरते नजर आ रहे हैं