उत्तर प्रदेश

खेत में काम कर रही लड़की जंगल में खींच ले गया तेंदुआ, इलाके फैली दहशत

बहराइच

बहराइच के ककरहा रेंज से लगे उर्रा के कल्लूपुरवा गांव की युवती गुरुवार की सुबह खेत में काम कर रही थी। जंगल से निकले तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। खेत में काम कर रहे अन्य लोग आवाज सुनकर दौड़े और पीछे से हांका लगाते रहे, लेकिन गर्दन दबोचे तेंदुआ उसे जंगल में खींच ले गया। 200 मीटर दूर जंगल में युवती का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया है। कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के ककरहा रेंज से उर्रा ग्राम पंचायत का कल्लूपुरवा लगा हुआ है। गांव की  37 वर्षीय विनीता पत्नी बीरबल यादव गुरुवार को सुबह खेत में काम करने गई हुई थी। करीब सात बजे जंगल से निकले तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। आवाज सुनकर दूसरे खेत में मौजूद ग्रामीण दौड़े। तब तक तेंदुआ युवती की गर्दन दबोच कर जंगल की ओर खींच ले गया। ग्रामीण हांका लगाते रहे लेकिन तेंदुए ने युवती को नहीं छोड़ा। करीब 200 मीटर दूर जंगल के अंदर ले गया। एकजुट होकर ग्रामीण जंगल के अंदर गए तो युवती का क्षत-विक्षत शव मिला। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उर्रा गांव में पहली बार तेंदुए के हमले से हड़कंप मचा है। हालात को देखते हुए डब्ल्यूटीआई की टीम भी मुस्तैद कर दी गई है।

 घटना स्थल को लेकर विरोधाभास
घटना स्थल को लेकर ग्रामीणों व वन विभाग में विरोधाभास है। ग्रामीणों का कहना है कि खेत में काम करने के दौरान तेंदुआ युवती का गर्दन दबोचकर जंगल में खींच ले गया जबकि वन विभाग का कहना है कि खेत के आसपास कहीं भी पग चिह्न नहीं पाए गए हैं। यहां तक की खेत व जंगल के बीच एक नाला भी है।

कोर व बफर जोन को लेकर मुआवजे में फंसेगा पेंच
ग्रामीण बफर जोन के ककरहा रेंज में घटना होने की बात कह रहे हैं। वन विभाग का दावा है कि जहां पर तेंदुए ने हमला किया है, वह ककरहा रेंज से लगा मोतीपुर रेंज है, जो कोर जोन हैं। वन विभाग का कहना है कि घटना के बाद शव को बफरजोन में लाया गया है। ऐसे में कोर जोन में घटना होने पर मुआवजे का प्रावधान नहीं है। हालांकि वन विभाग की टीम पूरी तरह से जांच कर रही है ताकि सभी तथ्य सामने आ सकें।

उच्च क्षमता के कैमरे लगाए जा रहे
ककरहा रेंज से लगे कल्लूपुरवा में तेंदुए के हमले में युवती की मौत के बाद वन महकमा सतर्क हुआ है। वन्यजीवों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए उच्च क्षमता के कैमरे लगाए जा रहे हैं। इनके माध्यम से वन्यजीवों के हर मूवमेंट पर नजर रखी जाएगी। कतर्नियाघाट डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या घटना मोतीपुर रेंज के कोर जोन की है। खेत में तेंदुए के हमले से जुड़े कोई भी साक्ष्य सामने नहीं आए हैं। हर पहलू की जांच हो रही है, ताकि विरोधाभास की स्थिति न बनें। डब्ल्यूटीआई की टीम लगा दी गई है।

 

Related Articles

Back to top button