मध्य प्रदेश राज्य में 30 अप्रैल को 50,000 से अधिक अतिथि शिक्षक हो जायेंगे बेरोजगार
अन्य राज्यों की भांति कार्यरत अतिथि शिक्षकों के स्थान पर सीधी भर्ती पदोन्नति और स्थानांतरण ना किए जाएं।
भोपाल शिक्षक भर्ती से हजारों अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो चुके हैं। 30 अप्रैल को सत्र समाप्त होने से लगभग पचास हजार अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो जायेंगे। 15 वर्षों से ये प्रक्रिया चल रही है जो उचित नहीं है। जबकि छत्तीसगढ़ हरियाणा राजस्थान दिल्ली सहित सभी राज्यों ने अतिथि शिक्षकों के हित में नीति बनाकर भविष्य सुरक्षित किया है। भले ही अतिथि शिक्षकों को नियमित नहीं किया हो लेकिन अतिथि शिक्षकों को बेरोजगार नहीं किया जाता। मध्यप्रदेश सरकार को भी अन्य राज्यों की भांति नीति बनाकर अतिथि शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित करना चाहिए।
अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के प्रदेश अध्यक्ष श्री सुनील सिंह परिहार ने प्रतिनिधिमंडल के साथ वल्लभ भवन भोपाल पहुंचकर मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री रमेशचंद्र शर्मा से मुलाकात करके आग्रह किया है कि अन्य राज्यों की भांति कार्यरत अतिथि शिक्षकों के स्थान पर सीधी भर्ती पदोन्नति और स्थानांतरण ना किए जाएं।
जो अतिथि शिक्षक वर्षों तक सेवा करने के बाद बेरोजगार हो गए हैं उनको रिक्त पदों पर अनुभव के आधार पर सेवा का अवसर दिया जाय । इसके अलावा वर्तमान समय में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया चल रही है। जिसमें वर्ग एक की पात्रता परीक्षा हो चुकी है और उसका परीक्षा परिणाम भी आ चुका है। आने वाले समय में वर्ग 2 और वर्ग 3 की पात्रता परीक्षा का आयोजन होना है। जिसमें ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थियों के समान अतिथि शिक्षकों को भी अहर्ता अंकों में दस प्रतिशत अंकों की छूट देने का आग्रह किया है।