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सिंगापुर में मास्क नहीं पहनने पर भारतीय मूल की महिला को नस्लभेदी गाली दी गई, सीने पर मारी लात

बुधवार को मामले में पहले ट्रायल के दिन पीड़ित हिंडोचा अदालत में पेश हुई। वह आरोपी जिंग फोंग को देखते ही रोने लगी, जिसके बाद न्यायाधीश शैफुद्दीन सरुवन ने मामले को थोड़ी देर के लिए रोक दिया।
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सिंगापुर में दो साल पहले भारतीय मूल की महिला पर हुए हमले और नस्लीय टिप्पणी मामले में अदालती सुनवाई हुई। इस दौरान पीड़ित महिला हिंडोचा नीता विष्णुभाई ने सात मई, 2021 को कांग हाउसिंग एस्टेट में हुई घटना का जिक्र किया है।

पीड़ित महिला ने बताया है कि आरोपी ने उस पर नस्लीय टिप्पणी की और उसकी छाती पर लात मारी थी। वहीं आरोपी वोंग जिंग फोंग ने खुद पर लगे आरोपों से इनकार किया है।

अदालत में पहुंचते ही रोने लगी पीड़िता
बुधवार को मामले में पहले ट्रायल के दिन पीड़ित हिंडोचा अदालत में पेश हुई। वह आरोपी जिंग फोंग को देखते ही रोने लगी, जिसके बाद न्यायाधीश शैफुद्दीन सरुवन ने मामले को थोड़ी देर के लिए रोक दिया। करीब 30 मिनट बाद सुनवाई फिर से शुरू हुई, जिसके बाद हिंडोचा ने अदालत को बताया कि हमले के बाद वह काफी डरी हुई थी और रो रही थी।

मास्क को लेकर हुआ था विवाद
हिंडोचा ने बताया कि घटना उस समय की है, जब कोरोना को लेकर सिंगापुर में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया था। पीड़िता ने बताया कि वह आमतौर पर तेज कदमों से चलती है, ऐसे में सांस लेने के लिए उसने अपना मास्क थोड़ा नीचे कर लिया था।

उसने अदालत को बताया कि वह एक बस स्टॉप के पास पहुंच रही थी, तो उसने आरोपी और उसके साथ एक महिला को उस पर चिल्लाते हुए सुना। दोनों ने मास्क को लेकर उस पर चिल्लाए और नस्लीय टिप्पणी की।

हिंडोचा ने कहा, इसके बाद आरोपी ने उसकी छाती पर लात से वार किया, जिससे वह गिर गईं और उनके हाथ से खून बहने लगा। इसके बाद आरोपी और उसकी महिला साथी वहां से चले गए। उन्होंने बताया, बस स्टॉप पर एक महिला ने उसे उठाने में मदद की और प्राथमिक उपचार दिया।

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