MP के हरदा जिले में चादर में लपेट महिला को जनसुनवाई लेकर आए परिजन
MP के हरदा जिले में मंगलवार को हरदा में जनसुनवाई के दौरान हैरान कर देने वाला वाक्या पेश आया। कुछ लोग बुजुर्ग महिला को चादर में लपेटकर कलेक्टर के सामने आ गए। इसे देख वहां मौजूद अधिकारी भी आश्चर्य में पड़ गए।
कलेक्टर ऋषि गर्ग खुद अपनी चेयर से उठकर बुजुर्ग महिला के पास पंहुचे और उनके परिजनों को फटकार लगाई कि इस हालत में आखिर महिला को यहां क्यों लेकर आए। कलेक्टर गर्ग ने तत्काल बुजुर्ग महिला को चादर से उठाकर व्हील चेयर पर बैठाया फिर एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया।
जमीन विवाद में महिला के पैर पर चढ़ाया ट्रैक्टर
दरअसल, जिला पंचायत सभागार में जनसुनवाई के दौरान टिमरनी के कुहिग्वाड़ी गांव के रहने वाले राधेश्याम बकोरिया अपने 2 बेटे और पोतों के साथ अपनी पत्नी कमला बाई को चादर में लिटाकर पंहुचे। महिला के परिजनों ने कलेक्टर को बताया कि करीब 3 महीने पहले उसने खेत पड़ोसी रामविलास मांडवी से उनका जमीन को लेकर झगड़ा हो गया था।
जिसमें रामविलास के पोते मोहित ने कमला बाई के पैरों पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया था। जिसमें महिला के पैर फ्रेक्चर हो गए थे। इसके बाद महिला को इलाज के लिए इंदौर ले गए, उनके पैरों में रॉड डाली गई।
पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की
महिला के पोते कपिल ने आरोप लगाया है कि उसने इस मामले को लेकर करताना चौकी और एसपी ऑफिस में भी शिकायत की है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि दादी जी के इलाज में हजारों रुपए खर्च करने पड़ रहे है।
इंदौर आने-जाने में भी खर्च हो रहे है लेकिन अब उनके पास रुपए नहीं है। जिसके लिए दादी को जनसुनवाई में लेकर आए है ताकि कोई राहत मिल जाए और उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई हो सके।
कलेक्टर गर्ग ने परिजनों को महिला को इस हालत में जनसुनवाई में लाने को लेकर फटकार लगाई। वहीं CMHO को निर्देशित किया कि महिला को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जाए। CMHO डॉ. एचपी सिंह ने कहा कि महिला का पल्स रेट ठीक है, वह बातचीत भी कर रही है। फिलहाल महिला का उपचार के लिए अस्पताल भेजा जा रहा है।
उधर, करताना चौकी से मिली जानकारी के मुताबिक कुहिग्वाड़ी गांव में राधेश्याम और रामविलास के परिवार के बीच जमीन के रास्ते को लेकर विवाद है। जिसे लेकर दोनों पक्षों की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। महिला के पैरों पर चढ़ाएं गए ट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया है।
बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच नहर के पानी की नाली का विवाद है। जिसके चलते पहले भी विवाद हो चुका है। दोनों परिवारों को आरआई-पटवारी ने समझाइश दी गई थी लेकिन दोनों पक्षों से कोई मानने को तैयार नहीं है।