राजिम में आस्था का स्नान: माघ पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की संगम में डुबकी
छत्तीसगढ़ के राजिम स्थित पैरी, सोढ़ूर और महानदी के संगम पर रविवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। माघ पूर्णिमा के अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान किया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने श्री राजीव लोचन और कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर पहुंचकर अपने परिवार की खुशहाली व सुख समृद्धि की आशीर्वाद मांगा। इसके साथ ही पुन्नी मेले की भी शुरुआत हो गई। हालांकि विधिवत रूप से शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसका शुभारंभ करेंगे। यह मेला 18 फरवरी महाशिवरात्रि तक चलेगा।
नदी के धार में किया दीपदान
माघी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर शनिवार से ही अचंल सहित प्रदेश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का आना प्रारंभ हो गया था। रविवार को श्रद्धालुओं ने तड़के से ही त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर अपने आप को धन्य किया। महिलाओं और युवतियों ने स्नान के बाद नदी के रेत में शिवलिंग बनाकर उसमें नारियल, बेल पत्ते, धतूरे का फूल, दूध अर्पित कर पूजा-अर्चना की। साथ ही नदी की धार में दीपदान किया। जानकारों के मुताबिक सूर्योदय के पूर्व माघी पुन्नी स्नान का बड़ा महत्व है।
श्री राजीव लोचन के जन्मोत्सव
माघी पूर्णिमा के दिन भगवान श्री राजीव लोचन का जन्म दिवस है। इसके उपलक्ष्य में सदियों से राजिम के इस पावन भूमि पर मेला लगता आ रहा है। भगवान का जन्मोत्सव मंदिर प्रांगण में बैंड-बाजे के साथ बहुत ही धूम-धाम से मनाया गया। भगवान की पूजा के बाद नया लाल ध्वज मंदिर के कलश पर चढ़ाया गया। माघ पूर्णिमा को लेकर भगवान श्री राजीव लोचन का मंदिर दमकने लगा है। बिजली की झालर और तेज लाइट की रोशनी से जगमगाने लगा है।
मुख्यमंत्री लोचन मंदिर के पास करेंगे मेले का उद्घाटन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शाम 7 बजे राजिम लोचन मंदिर के पास बनाए गए मंच से पुन्नी मेले का विधिवत उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू करेंगे। इनके अलावा संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव, संसदीय मंत्री रविन्द्र चौबे, मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, मंत्री मो. अकबर, मंत्री कवासी लखमा, मंत्री डॉ. शिव डहरिया, मंत्री अनिला भेड़िया, मंत्री जयसिह अग्रवाल, मंत्री गुरू रूद्र कुमार, मंत्री उमेश पटेल, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सहित सांसद और विधायक मौजूद रहेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का हर दिन आयोजन
मेले के दौरान प्रतिदिन शाम 5.30 बजे से रात 10 बजे तक छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कलाकारों की शानदार प्रस्तुति होगी। 5 फरवरी को रंग सरोवर के भूपेंद्र साहू बारुका और स्वर्णा/गरिमा दिवाकर प्रस्तुति देंगे। 6 फरवरी को पद्मश्री डॉ. ममता चंद्राकर, 7 को अल्का परगनिहा, 8 को पीसी लाल यादव और पद्मश्री ऊषा बारले, 9 को ननकी ठाकुर व चंपा निषाद, 10 को हिम्मत सिन्हा, 11 को गोरेलाल बर्मन, 12 को अनुराग शर्मा, 13 को दुष्यंत हरमुख, 14 को दिलीप षडंगी व आरु साहू, 15 को सुनील सोनी, 16 को रिखी क्षत्रीय व पद्मश्री डोमार सिंह कुंवर, 17 को दीपक चंद्राकर और 18 फरवरी को सुनील तिवारी की प्रस्तुतियां होंगी।
तमाम स्टॉल के साथ ही स्वास्थ्य शिविर भी
मेला स्थल पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से धमतरी, रायपुर और गरियाबंद जिले का अलग-अलग स्टॉल लगाए गए हैं। इनमें 24 घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ तैनात हैं। एंबुलेंस और 108 संजीवनी की सेवाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। इसके साथ ही मेला में विभिन्नों विभागों की ओर से प्रदर्शनी भी लगाई गई है। जिसके जरिए लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी मिल सकेगी।
सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए
राजिम मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी व्यापक इंतजाम किए हैं। गरियाबंद एसपी के नेतृत्व में रायपुर और धमतरी एसपी के साथ आपसी सामंजस्य से तैयारियां की गई हैं। मेला स्थल को सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा जा रहा है। मेला क्षेत्र में विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू के निर्देश पर कमिश्नर व मेलाधिकारी यशवंत कुमार, गरियाबंद कलेक्टर व अध्यक्ष राजिम माघी पुन्नी मेला स्थानीय समिति प्रभात मलिक सहित सभी विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।