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वेस्टइंडीज के खिलाफ ड्रॉ मैच के बाद भारत डब्ल्यूटीसी रैंकिंग में दूसरे स्थान पर खिसका

दुबई
 वेस्टइंडीज के खिलाफ बारिश के कारण दूसरा मैच ड्रॉ पर छूटने के बाद भारत विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) की नवीनतम तालिका में दूसरे स्थान पर खिसक गया है।

भारत ने इस तरह से दो मैचों की श्रृंखला 1-0 से जीती लेकिन बारिश ने उसकी क्लीन स्वीप करके डब्ल्यूटीसी के तीसरे चक्र के लिए कुछ महत्वपूर्ण अंक जुटाने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

डब्ल्यूटीसी के पहले दो चक्र में फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम ने डोमिनिका में खेला गया पहला टेस्ट मैच पारी और 141 रन से जीत कर नए चक्र की शानदार शुरुआत की थी।

दूसरे टेस्ट में मैच के चौथे दिन वेस्टइंडीज ने 365 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए दो विकेट पर 76 रन बनाए थे। भारत को सोमवार को मैच के आखिरी दिन आठ विकेट की जरूरत थी लेकिन बारिश के कारण पूरे दिन का खेल रद्द हो गया।

इस ड्रा से भारत की जीत-हार का प्रतिशत प्रभावित हुआ, जो 100 से घटकर 66.67 रह गया है।

पिछले सप्ताह गॉल में श्रीलंका पर चार विकेट की जीत के बाद पाकिस्तान 100 प्रतिशत जीत-हार के रिकॉर्ड के साथ शीर्ष पर काबिज है।

एशेज श्रृंखला खेल रहे मौजूदा डब्ल्यूटीसी चैंपियन ऑस्ट्रेलिया (54.17) और इंग्लैंड (29.17) क्रमश तीसरे और चौथे स्थान पर हैं।

भारत के खिलाफ ड्रॉ से वेस्टइंडीज को फायदा हुआ है और उसकी जीत-हार का प्रतिशत बढ़कर 16.67 हो गया है और वह पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। श्रीलंका एक हार के साथ नौवें स्थान पर है।

पिछले महीने शुरू हुए नए 2023-25 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश ने अभी कोई मैच नहीं खेला है।

हर टेस्ट में तेजी से रन बनाना जरूरी नहीं, यह परिस्थितियों पर निर्भर: इशान

पोर्ट ऑफ स्पेन
भारतीय विकेटकीपर इशान किशन ने टेस्ट क्रिकेट में मैच की स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी करने की वकालत करते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता कि हर पांच दिवसीय मैच में आक्रामक बल्लेबाजी करने की जरूरत है।

वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट में पदार्पण करने वाले इशान ने दूसरे मैच की दूसरी पारी में आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 34 गेंद में नाबाद 52 रन बनाये थे। भारतीय टीम ने इस दौरान 7.54 के रन रेट से दो विकेट पर 181 रन बनाकर पारी घोषित की थी।

मैच के बाद किशन से जब तेजी से बल्लेबाजी करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘यह जरूरी नहीं है कि आप हर मैच में फटाफट क्रिकेट खेलने लगें। यह स्थिति पर निर्भर होना चाहिए। पिचों की परिस्थिति भी इसमें भूमिका निभाती है कि कोई कितनी तेजी से रन बना सकता है।''

मैच के चौथे दिन वेस्टइंडीज ने 365 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए दो विकेट पर 76 रन बनाए थे। पांचवां दिन पूरी तरह से बारिश की भेंट चढ़ गया।

इशान ने कहा, ‘‘अगर आपको ऐसा विकेट मिलता है जहां आप तेजी से रन बना सकते हैं और टीम को इसकी जरूरत है तो इस (भारतीय) टीम में हर खिलाड़ी उस भूमिका को निभाने की क्षमता रखता है।''

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास जिस तरह के खिलाड़ी हैं और हम जितने प्रारूपों और मैचों में खेलते हैं, हर कोई अपनी भूमिका जानता है कि किस मैच को किस तरह से खेलना है। व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है, हर मैच को इस तरह (आक्रामक बल्लेबाजी) खेलने की जरूरत नहीं है। यह मैच की परिस्थितियों पर निर्भर होना चाहिये।''

इशान को भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा और जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हर खिलाड़ी का व्यक्तित्व अलग होता है। यह कुछ के लिए निराशाजनक हो सकता है, लेकिन अन्य खिलाड़ी इसे एक चुनौती के रूप में ले सकते हैं कि 'मैं उस स्तर तक पहुंचने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहा हूं'।''

उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी और को टीम में चुना जाता है और वह प्रदर्शन करता है तो मैं उसकी सराहना करता हूं क्योंकि मुझे पता है कि यह खेल कितना कठिन है, मानसिक रूप से आपकी परीक्षा कैसे होती है, जब इतनी उम्मीदें और दबाव हो तो वह प्रदर्शन करना कितना कठिन होता है।''

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, जब भी मैं टीम से बाहर पर होता हूं या नहीं खेलता हूं तो मेरी कोशिश होती है कि मैं अपने अभ्यास पर ध्यान केंद्रित करूं ताकि जब भी मुझे मौका मिले, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकूं।''

 

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